मियां मिट्ठू के फिल्मी गाने
मधु .. अपनी मां के साथ मेले में से एक छोटा सा सुंदर सा तोता खरीद कर ले आई थी। ये एक बहुत प्यारा तोता था। तोता लाल, पीले और नीले, हरे के मिले-जुले रंग का था। उसकी लाल रंग की चोंच बहुत प्यारी थी। वह बोलता था तो लगता था जैसे गुलाब की दो पंखुड़ियां आपस मे किलोल कर रही हैं। मधु ने उसका नाम मीतू रखा था।..... वह उसे मीतू मियां कहकर बुलाती थी। वह तोते को बहुत प्यार करती थी उसके खाने-पीने का ध्यान रखती थी। उसके साथ बातें भी करती थी । मधु को फिल्मी गाने गाने का बहुत शौक था वह कुछ न कुछ गुनगुनाया करती थी। उसके साथ साथ तोते ने भी काफी गाना सीख लिया था।
जैसे ..."ओ ओ जाने जाना ढूंढे तुझे दीवाना"।
..........." तुझे देखा तो ये जाना सनम प्यार होता है दीवाना सनम" .......वगैरह-वगैरह।
लेकिन मधु की मम्मी धार्मिक प्रवृति की महिला थीं। वह मीतू को राम नाम बोलना सिखाती थीं।
वे कहती थी मिट्ठू ! " " राम नाम बोलो प्रभु से नाता जोड़ो " "।
" "रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम ।" "
मीतू तोता मां के साथ राम नाम बोलता था और मधु के साथ फिल्मी गाने गाता था।
उसके पड़ोस के बच्चों के लिए भी यह अलग रंग का तोता आकर्षण का केंद्र था। उसके दोस्त तोते को देखने और उसका गाना सुनने के लिए उसके घर आते थे और तोते के साथ समय बिताकर बहुत खुश होते थे।
मधु अब कॉलेज में पहुंच गई थी अब उसके पास मीतू के पास बैठने के लिए समय कम रहता था लेकिन मधु की मम्मी तोते का पूरा ध्यान रखतीे थीं। मीतू मियाँ कभी ज्यादा देर बाद मधु को देखता था तो वह गाना शुरू कर देता था ।
" "ओ ओ जाने जाना ढूंढे तुझे दीवाना " "
मधु अब इस गाने का मतलब समझती थी और वह मुस्कुरा देती थी।
राहुल.... मधु के पड़ोस में रहता था वह उसकी क्लास में पढ़ता था। दोनों एक दूसरे के अच्छे दोस्त थे एक दूसरे का बहुत ख्याल रखते थे और जरूरत पड़ने पर एक दूसरे की मदद भी किया करते थे। राहुल भी उसके घर आता था और तोते के साथ समय बिताता था और उसके गाने को सुनकर बहुत खुश होता था।
मधु कब राहुल को पसंद करने लगी थीे इस बात का पता उसे तब चला जब राहुल अमेरिका जाने वाला था। लेकिन वह यह नहीं जानती थी कि राहुल भी उसे प्यार करता है कि नहीं । उसने बहुत कोशिश की कि राहुल से अपने मन की बात करें लेकिन कह नहीं पाई।
दोनों के कॉलेज की पढ़ाई खत्म हो गई थी। मधु ने एम. बी. ए के लिए अप्लाई किया था और राहुल ने अमेरिकन यूनिवर्सिटी में फेलोशिप के लिए। उसे फेलोशिप मिल गई थी। अब उसे अमेरिका जाना था ।
आज वह उससे मिलने आया था । मधु ने जब से राहुल के अमेरिका जाने की बात सुनी थी तब से वह उदास से रहने लगी थी।
आज राहुल को देखकर उसकी आंखें नम थीं। राहुल अमेरिका जाने के लिए बहुत एक्साइटेड था। वह मधु से फेलोशिप के बारे में ही बातें कर रहा था और मधु सोच रही थी राहुल कभी मेरे मन की बात भी पूछता।
राहुल ने कहा--" " मधु चलो मीतू से भी विदाई ले लेता हूं । जाने से पहले एक बार मैं उसका गाना सुनना चाहता हूं । वे दोनों मीतू के पास गए ,उन्हें देखते ही उसनें गाना शुरू कर दिया ।
" "जाते हो जाने जाना आखिरी सलाम लेते जाना" "।
अब राहुल ने मधु से पूछा -- " "क्या तुम मेरे जाने से खुश नहीं हो ?
मधु ने कहा " " तुम अपने जीवन में बहुत तरक्की करो मेरी यही प्रभु से प्रार्थना है" "। लेकिन तुम अमेरिका जाकर क्या मुझे याद करोगे वहां पर तो बहुत ही गोरी लड़कियां होती हैं , जिनसे भारतीय लड़के स्वतः आकर्षित हो जाते हैं।
राहुल ने अपना मोबाइल निकाला और वीडियो रिकॉर्डिंग चलाकर मधु को दिखाने लगा ।
उस वीडियो में मीतू गा रहा था ।
"ओ ओ जाने जाना ढूंढे तुझे दीवाना सपनों में रोज आए आ जिंदगी में आना सनम।" "
" "तुझे देखा तो ये जाना सनम प्यार होता है दीवाना सनम ।
अब यहां से कहां जाएं हम तेरी बाहों में मर जाए हम।" "
" "तेरे नाम मैंने किया है जीवन अपना सारा सनम।" "
प्यार बहुत करते हैं तुमको इश्क है तू हमारा सनम ।" "
राहुल मधु की आंखों में खो जाने वाली नजरों से देख रहा था।
मधु ने शर्म से आंखें झुका ली जब उसने अपनी नजरों को ऊपर उठाया तो राहुल को अपनी आंखों में देखते हुए पाया ....दोनों एक दूसरे की आंखों में खो गए और मिट्ठू मियां गाना गा रहे थे ।
" "आंखों ही आंखों में इशारा हो गया।" "
स्नेहलता पाण्डेय"स्नेह"
नई दिल्ली
Sanjay Ni_ra_la
30-Aug-2021 01:14 AM
बहुत सुन्दर
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Sana khan
27-Aug-2021 12:03 PM
Waah
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Miss Lipsa
27-Aug-2021 04:24 AM
Wow
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